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सीआरपीएफ शहीद सत्यवान कुमार सिंह को झारखंड के राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि

सीआरपीएफ शहीद सत्यवान कुमार सिंह को झारखंड के राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि

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रांची, 14 जून : झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आज रांची के धुर्वा स्थित सेक्टर-2 में 133वीं बटालियन के शहीद स्मारक उद्यान में सीआरपीएफ के शहीद जवान सत्यवान कुमार सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। दोनों नेताओं ने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उनकी वीरता और बलिदान को नमन किया। उन्होंने ईश्वर से शहीद की आत्मा की शांति और उनके परिजनों को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।

नक्सली अभियान में शहादत:
सीआरपीएफ की 134वीं बटालियन के सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) सत्यवान कुमार सिंह आज सुबह चाईबासा के झारखंड-ओडिशा सीमावर्ती क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए सर्च अभियान के दौरान शहीद हो गए। अभियान के दौरान नक्सलियों द्वारा लगाए गए एक आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) विस्फोट की चपेट में आने से वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए ओडिशा के राउरकेला स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली।

मुख्यमंत्री ने व्यक्त की संवेदना:
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने शहीद सत्यवान कुमार सिंह के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, “शहीद सत्यवान कुमार सिंह का बलिदान देश और झारखंड के लिए अविस्मरणीय है। उनकी वीरता और कर्तव्यनिष्ठा हम सभी के लिए प्रेरणा स्रोत है। राज्य सरकार शहीद के परिवार के साथ इस दुख की घड़ी में खड़ी है।”

शहीद का बलिदान प्रेरणा स्रोत:
सत्यवान कुमार सिंह के शहीद होने की खबर से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। सीआरपीएफ के अधिकारियों और जवानों ने भी अपने साथी की शहादत पर गहरा दुख जताया। शहीद स्मारक उद्यान में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी, जवान और स्थानीय प्रशासन के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

नक्सलवाद के खिलाफ निरंतर अभियान:
झारखंड में नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों का अभियान लगातार जारी है। चाईबासा और आसपास के क्षेत्रों में नक्सली गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए सीआरपीएफ और राज्य पुलिस संयुक्त रूप से ऑपरेशन चला रही है। इस तरह के अभियानों में सुरक्षा बलों को कई बार भारी जोखिम का सामना करना पड़ता है, जिसमें आईईडी विस्फोट जैसे खतरे शामिल हैं। सत्यवान कुमार सिंह जैसे वीर जवानों का बलिदान इस संघर्ष में उनके समर्पण और साहस का प्रतीक है।

राज्य सरकार का समर्थन:
झारखंड सरकार ने शहीद के परिवार को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है। शहीद सत्यवान कुमार सिंह के बलिदान को सम्मान देने के लिए सरकार द्वारा उचित कदम उठाए जाने की संभावना है, जिसमें परिवार को आर्थिक सहायता और अन्य सुविधाएं शामिल हो सकती हैं।

शहीद को अंतिम विदाई:
शहीद स्मारक उद्यान में श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद शहीद सत्यवान कुमार सिंह के पार्थिव शरीर को उनके गृह स्थान के लिए रवाना किया गया, जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
शहीद सत्यवान कुमार सिंह का बलिदान न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे देश के लिए एक गहरी क्षति है।

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