झारखंड शराब घोटाला: बाबूलाल मरांडी ने ACB से पूछे आठ कड़े सवाल, सीएम हेमंत सोरेन पर साधा निशाना
झारखंड शराब घोटाला: बाबूलाल मरांडी ने ACB से पूछे आठ कड़े सवाल, सीएम हेमंत सोरेन पर साधा निशाना
रांची, 29 मई : झारखंड में कथित शराब घोटाले ने एक बार फिर सियासी हलचल मचा दी है। नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की जांच पर सवाल उठाते हुए पूर्व उत्पाद सचिव विनय चौबे से पूछताछ के लिए आठ सवालों की सूची जारी की है। मरांडी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर गुरुवार दोपहर 3:32 बजे पोस्ट किए गए एक संदेश में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर गंभीर आरोप लगाए और ACB की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए।
मरांडी ने अपने पोस्ट में लिखा, “शराब घोटाले में जेल में बंद विनय चौबे से ACB दो दिनों की रिमांड पर पूछताछ कर रही है। अगर घोटाले की जड़ तक जाना है, तो ये सवाल जरूर पूछे जाने चाहिए।” उनके द्वारा सुझाए गए सवाल निम्नलिखित हैं:
क्या मरांडी द्वारा मुख्यमंत्री को लिखा गया पत्र विनय चौबे तक पहुंचा?
यदि पत्र मिला, तो क्या उसे पढ़ा गया या नजरअंदाज किया गया?
पत्र पर क्या कार्रवाई हुई?
क्या मुख्यमंत्री कार्यालय से पत्र के संबंध में कोई निर्देश मिला?
झारखंड के विधायकों के रायपुर दौरे के दौरान शराब और अन्य व्यवस्थाओं के लिए किसके आदेश पर कदम उठाए गए?
उस दौरान रायपुर में किन लोगों से विनय चौबे की बात हुई?
क्या Marshan Securities और Vision Hospitality जैसी कंपनियों का चयन बिना मुख्यमंत्री कार्यालय के हस्तक्षेप के संभव था?
इस घोटाले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भूमिका और छत्तीसगढ़ सिंडिकेट से कथित अवैध कमाई में उनकी हिस्सेदारी कितनी थी?
मरांडी ने ACB पर सत्ताधारियों को बचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह संस्था स्वतंत्र और निष्पक्ष होने के बजाय “सत्ता की ढाल” बन रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ACB इन सवालों के जवाब नहीं ढूंढती, तो केंद्रीय जांच एजेंसियां जैसे CBI और ED इस मामले की तह तक जाएंगी। मरांडी ने जोर देकर कहा, “झारखंड की जनता को सस्ती शराब नहीं, स्वच्छ और पारदर्शी शासन चाहिए।”
लैंड स्कैम में जमानत: उधर, एक अन्य मामले में JMM नेता अंतु तिर्की, जमीन कारोबारी इरशाद अख्तर सहित चार आरोपियों को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली है। यह मामला भी झारखंड में भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच चर्चा में है।
मरांडी की इस पोस्ट ने झारखंड की सियासत में नया तूफान खड़ा कर दिया है। अब सभी की नजर ACB की जांच और इसके परिणामों पर टिकी है। क्या यह जांच घोटाले की परतें खोलेगी या सवाल अनुत्तरित रह जाएंगे, यह आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा।