जापानी बाबा वेंगा की भविष्यवाणी: 5 जुलाई 2025 को आ सकती है विनाशकारी सुनामी, जापान समेत कई देशों में दहशत
जापान की मशहूर मंगा कलाकार और भविष्यवक्ता रियो तात्सुकी, जिन्हें ‘जापानी बाबा वेंगा’ के नाम से जाना जाता है, ने जुलाई 2025 में एक विनाशकारी सुनामी की भविष्यवाणी की है। उनकी इस चेतावनी ने न केवल जापान, बल्कि ताइवान, इंडोनेशिया, फिलीपींस और भारत जैसे देशों में भी चिंता की लहर पैदा कर दी है। तात्सुकी ने अपनी किताब *The Future I Saw* (1999) और इसके 2021 संस्करण में दावा किया है कि 5 जुलाई 2025 को प्रशांत महासागर में ‘उबलता पानी’ और ज्वालामुखी विस्फोट के कारण एक भीषण सुनामी आएगी, जो 2011 की तोहोकू सुनामी से तीन गुना अधिक विनाशकारी हो सकती है।
भविष्यवाणी का आधार और डर का माहौल
रियो तात्सुकी ने अपनी भविष्यवाणी में कहा है कि प्रशांत महासागर में पानी के नीचे ज्वालामुखी विस्फोट या भूकंप के कारण समुद्र में विशाल लहरें उठेंगी, जो जापान के दक्षिणी द्वीपों, ताइवान, इंडोनेशिया और फिलीपींस को प्रभावित कर सकती हैं। उनकी इस भविष्यवाणी को गंभीरता से लिया जा रहा है, क्योंकि तात्सुकी की पिछली भविष्यवाणियां, जैसे 1995 का कोबे भूकंप, 2011 का तोहोकू भूकंप और सुनामी, और कोविड-19 महामारी, सच साबित हुई थीं।
हाल ही में जापान के तोकारा द्वीप समूह में 21 जून से 1 जुलाई 2025 तक 736 भूकंप के झटके दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 50 से अधिक महसूस किए गए। इसके अलावा, क्यूशू में माउंट शिन्मोई ज्वालामुखी के फटने से 500 मीटर ऊंचाई तक राख फैल गई, जिसने लोगों के डर को और बढ़ा दिया है।
पर्यटन पर असर और जनता में दहशत
इस भविष्यवाणी के बाद जापान के पर्यटन उद्योग पर भारी असर पड़ा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, जुलाई 2025 के लिए बुकिंग में 30% से 50% तक की गिरावट देखी गई है, खासकर ताइवान, थाईलैंड, सिंगापुर और हांगकांग से आने वाले पर्यटकों ने अपनी यात्राएं रद्द कर दी हैं। सोशल मीडिया पर इस भविष्यवाणी को लेकर व्यापक चर्चा हो रही है, और लोग इसे 2011 की सुनामी की पुनरावृत्ति के रूप में देख रहे हैं।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण और सरकारी प्रतिक्रिया
हालांकि, जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (JMA) और अन्य वैज्ञानिक संस्थानों ने अभी तक ऐसी किसी सुनामी की आधिकारिक चेतावनी जारी नहीं की है। विशेषज्ञों का कहना है कि तात्सुकी की भविष्यवाणी को समर्थन देने वाला कोई ठोस वैज्ञानिक डेटा नहीं है। फिर भी, जापान के भूकंप-संवेदनशील क्षेत्र होने के कारण, प्रशांत महासागर के ‘रिंग ऑफ फायर’ में होने वाली भूगर्भीय गतिविधियां चिंता का विषय बनी हुई हैं। जापानी सरकार ने लोगों से शांत रहने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। मियागी के गवर्नर योशीहिरो मुराई ने कहा, “कोई आधिकारिक चेतावनी नहीं है, इसलिए लोग घबराएं नहीं।”
जापान सरकार की चेतावनी
हालांकि तात्सुकी की भविष्यवाणी वैज्ञानिक रूप से सिद्ध नहीं है, जापान सरकार ने स्वतंत्र रूप से एक रिपोर्ट जारी कर चेतावनी दी है कि प्रशांत तट पर 9 तीव्रता का भूकंप आ सकता है, जिससे 3 लाख से अधिक लोगों की मौत हो सकती है और देश की जीडीपी का आधा हिस्सा नष्ट हो सकता है। यह चेतावनी नानकाई ट्रफ क्षेत्र में भूकंपीय गतिविधियों की संभावना पर आधारित है।
रियो तात्सुकी की भविष्यवाणी ने जापान और आसपास के देशों में खौफ का माहौल पैदा कर दिया है। हालांकि वैज्ञानिक इस भविष्यवाणी को लेकर संशय में हैं, लेकिन हाल की भूकंपीय गतिविधियों ने लोगों की चिंता को और बढ़ा दिया है। आने वाले दिन इस भविष्यवाणी की सत्यता को स्पष्ट करेंगे, लेकिन तब तक जापान और इसके पड़ोसी देश सतर्कता के साथ इस स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।