राहुल गांधी का दरभंगा दौरा: अंबेडकर हॉस्टल में प्रशासन की रोक के बावजूद छात्रों से संवाद, विवाद गहराया
राहुल गांधी का दरभंगा दौरा: अंबेडकर हॉस्टल में प्रशासन की रोक के बावजूद छात्रों से संवाद, विवाद गहराया, DM ने कहा सांसद के खिलाफ FIR दर्ज कराएंगे।
दरभंगा, 15 मई : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का बिहार के दरभंगा में अंबेडकर हॉस्टल दौरा विवादों के केंद्र में आ गया है। राहुल गांधी एनएसयूआई के ‘शिक्षा न्याय संवाद’ कार्यक्रम के तहत अंबेडकर हॉस्टल में छात्रों से मिलने और उनकी समस्याओं पर चर्चा करने पहुंचे थे। हालांकि, जिला प्रशासन ने अंबेडकर हॉस्टल में कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी और इलाके में धारा 144 लागू कर दी। इसके बावजूद, राहुल गांधी ने प्रशासन की रोक को चुनौती देते हुए पैदल ही हॉस्टल पहुंचकर छात्रों से संवाद किया।
प्रशासन की रोक और राहुल का दृढ़ संकल्प
कांग्रेस का दावा है कि कार्यक्रम की सभी तैयारियां पहले से पूरी की जा चुकी थीं, लेकिन प्रशासन ने अचानक धारा 144 लागू कर दी। ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी परिसर से तीन किलोमीटर पहले ही कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को रोक दिया गया। इसके बाद राहुल गांधी ने अपने काफिले को छोड़कर पैदल ही अंबेडकर हॉस्टल की ओर कूच किया। रास्ते में उन्होंने सड़क किनारे खड़े लोगों से हाथ मिलाकर उनका अभिवादन भी स्वीकार किया।
लहेरियासराय थाना के सर्किल इंस्पेक्टर ललन कुमार ने बताया कि पूरे क्षेत्र में धारा 144 लागू थी और पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया था। जिला प्रशासन ने कांग्रेस को टाउन हॉल में कार्यक्रम की अनुमति दी थी, लेकिन अंबेडकर हॉस्टल में किसी भी आयोजन की मंजूरी नहीं थी। प्रशासन ने राहुल गांधी के इस कदम को नियमों का उल्लंघन बताया और उनके खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।
राहुल गांधी का छात्रों को संदेश
अंबेडकर हॉस्टल पहुंचकर राहुल गांधी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “सरकार 24 घंटे आप पर अत्याचार कर रही है। आपको बोलने नहीं दिया जा रहा। मेरा लक्ष्य आपसे बात करना और आपकी आवाज उठाना है। पिछड़ा और अति-पिछड़ा वर्ग के खिलाफ हमेशा साजिश होती है। हमने केंद्र सरकार से सही तरीके से जातिगत जनगणना की मांग की है।”
उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “देश की सरकार सिर्फ 5-10% लोगों के लिए काम करती है। 90% गरीब लोगों के हितों की अनदेखी की जाती है। बिहार पुलिस ने हमें रोकने की कोशिश की, लेकिन आपकी शक्ति मेरे साथ थी, इसलिए कोई मुझे रोक नहीं पाया।”
कांग्रेस का नीतीश सरकार पर हमला
कार्यक्रम के बाद कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नीतीश सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बिहार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा, “हम हर हाल में अंबेडकर हॉस्टल जाएंगे। सरकार डर गई है और दबाव में यह कदम उठा रही है।” कांग्रेस विधायक शकील अहमद ने प्रशासन के रवैये की निंदा करते हुए कहा, “राहुल गांधी की आवाज को दबाने की कोशिश हो रही है, लेकिन वे सामाजिक न्याय के मुद्दों को उठाते रहेंगे।”
जातिगत जनगणना पर जोर
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में जातिगत जनगणना के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने कहा, “जातिगत जनगणना देश के लिए एक एक्स-रे की तरह है। इससे समाज के हर वर्ग की हिस्सेदारी और उनकी स्थिति स्पष्ट होगी।” उन्होंने नीतीश सरकार द्वारा कराई गई जाति आधारित गणना को ‘फर्जी’ करार देते हुए दावा किया कि उनकी पार्टी सत्ता में आने पर पारदर्शी और सटीक जातिगत जनगणना कराएगी।
सियासी हलचल तेज
राहुल गांधी का यह दौरा बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल को तेज करने वाला माना जा रहा है। कांग्रेस ने इसे सामाजिक न्याय और दलित-पिछड़ा वर्ग के हक की लड़ाई के रूप में पेश किया है। दूसरी ओर, जदयू और भाजपा ने राहुल के इस कदम को नियमों का उल्लंघन और सियासी ड्रामा करार दिया है।