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बलूचिस्तान में बढ़ता तनाव: BLA के कथित कब्जे के दावे, पाकिस्तानी सेना पर दबाव !

बलूचिस्तान में बढ़ता तनाव: BLA के कथित कब्जे के दावे, पाकिस्तानी सेना पर दबाव !
डेस्क 9 मई : पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में तनाव चरम पर है, क्योंकि बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने दावा किया है कि उसने प्रांत के एक तिहाई हिस्से पर कब्जा कर लिया है। सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट्स में कहा जा रहा है कि BLA ने क्वेटा सहित कई प्रमुख क्षेत्रों में पाकिस्तानी सेना के ठिकानों पर हमला किया और सेना को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। हालांकि, इन दावों की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, और विशेषज्ञ इसे प्रचार या अतिशयोक्ति का हिस्सा मान रहे हैं।
BLA का ताजा हमला: 14 सैनिकों की मौत
8 मई 2025 को, BLA ने बलूचिस्तान के कच्छी जिले में एक आईईडी हमले की जिम्मेदारी ली, जिसमें 14 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गई, जिनमें एक स्पेशल ऑपरेशंस कमांडर भी शामिल था। इस हमले के बाद पाकिस्तानी सेना ने क्षेत्र में सैन्य अभियान शुरू किया। BLA ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें हमले की भयावहता दिखाई गई।
इसके अलावा, 9 मई को खबर आई कि BLA ने क्वेटा में पाकिस्तानी सेना के कई ठिकानों पर हमला किया और प्रांतीय राजधानी के कुछ हिस्सों पर नियंत्रण का दावा किया। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि BLA ने क्वेटा-कराची राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया और सरकारी इमारतों को निशाना बनाया।
बलूचिस्तान का रणनीतिक महत्व
बलूचिस्तान, जो पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है, अपने प्राकृतिक संसाधनों और भौगोलिक स्थिति के कारण रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। यह प्रांत प्राकृतिक गैस, तांबा, और सोने जैसे संसाधनों से समृद्ध है और ग्वादर बंदरगाह के जरिए चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) का केंद्र है। इसकी सीमाएँ ईरान, अफगानिस्तान, और अरब सागर से मिलती हैं, जो इसे वैश्विक व्यापार और भू-राजनीति में अहम बनाती हैं।
हालांकि, प्रांत की आर्थिक उपेक्षा, बुनियादी सुविधाओं की कमी, और कथित मानवाधिकार उल्लंघन ने बलूच राष्ट्रवाद को हवा दी है। बलूचों का मानना है कि उनके संसाधनों का शोषण केंद्र सरकार और विदेशी शक्तियाँ (विशेष रूप से चीन) कर रही हैं, जबकि स्थानीय लोगों को इसका लाभ नहीं मिलता।
BLA का उदय और मकसद
बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) एक सशस्त्र अलगाववादी संगठन है, जो 2000 के दशक से सक्रिय है। इसका लक्ष्य बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग कर एक स्वतंत्र राष्ट्र स्थापित करना है। BLA ने पाकिस्तानी सेना, CPEC परियोजनाओं, और गैर-बलूच नागरिकों को निशाना बनाया है। संगठन का दावा है कि वह बलूच लोगों के अधिकारों और स्वायत्तता के लिए लड़ रहा है।
हाल के महीनों में BLA की गतिविधियाँ तेज हुई हैं। मार्च 2025 में, BLA ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक किया, जिसमें 400 से अधिक यात्री सवार थे। अप्रैल और मई में, संगठन ने क्वेटा, कलात, और बोलन में कई हमले किए, जिनमें दर्जनों सैनिक और नागरिक मारे गए।
पाकिस्तानी सेना की स्थिति
पाकिस्तानी सेना पर BLA के बढ़ते हमलों ने गंभीर दबाव डाला है। कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स में दावा किया गया कि सेना के जवान बलूचिस्तान में तैनाती से डर रहे हैं और कई ठिकानों को छोड़कर भाग गए हैं। हालांकि, ये दावे असत्यापित हैं। पाकिस्तानी सेना ने इन हमलों के जवाब में बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान शुरू किए हैं, लेकिन स्थानीय आबादी में बढ़ता असंतोष और BLA का समर्थन सेना के लिए चुनौती बना हुआ है।

बलूचिस्तान में BLA की बढ़ती गतिविधियाँ और पाकिस्तानी सेना पर हमले न केवल प्रांत की अस्थिरता को दर्शाते हैं, बल्कि पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा बन गए हैं। यह देखना बाकी है कि सरकार इस संकट से कैसे निपटती है

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