रामगढ़ : पहलगाम आतंकी हमले और LOC पर पाकिस्तान के सीजफायर उल्लंघन पर केंद्रीय मंत्री और सांसद का बड़ा बयान
पहलगाम हमले और LOC तनाव पर केंद्र सरकार का कड़ा रुख, PM मोदी के संकल्प को दोहराया
रामगढ़/हजारीबाग, 04 मई 2025: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले और नियंत्रण रेखा (LOC) पर पाकिस्तान द्वारा लगातार सीजफायर उल्लंघन को लेकर देशभर में गुस्सा और आक्रोश है। इस बीच, केंद्रीय कोयला राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे और हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल ने कड़ा रुख अपनाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को दोहराया कि आतंकियों और उनके समर्थकों को बख्शा नहीं जाएगा।
रामगढ़ में एक निजी दौरे के दौरान केंद्रीय मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने कहा, “आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने बहुत मजबूती से जवाब देने की बात कही है। चाहे वह साजिशकर्ता हो, हमले को अंजाम देने वाला हो, या सात समुंदर पार बैठा कोई भी व्यक्ति, वह बचेगा नहीं।” उन्होंने पहलगाम हमले को कायराना हरकत करार देते हुए केंद्र सरकार की सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
वहीं, हजारीबाग में सांसद मनीष जायसवाल ने केंद्र सरकार के कूटनीतिक कदमों की सराहना की और जनता से धैर्य रखने की अपील की। उन्होंने कहा, “आपने देखा होगा कि सरकार ने कूटनीतिक मोर्चे पर तेजी से कदम उठाए हैं। सिंधु जल समझौता खत्म किया गया, पाकिस्तानी सामानों का भारत में प्रवेश बंद कर दिया गया, और भारतीय हवाई क्षेत्र को पाकिस्तान के लिए अवरुद्ध कर दिया गया है। सैन्य गतिविधियां भी जारी हैं।” जायसवाल ने जोर देकर कहा, “प्रधानमंत्री जी ने देश को आश्वासन दिया है कि इस कृत्य को अंजाम देने वाला और इसके पीछे समर्थन देने वाला कोई भी व्यक्ति नहीं बचेगा। यह युद्ध की स्थिति है, तुरंत फैसला नहीं लिया जाता।
थोड़ा धैर्य रखें।”
पहलगाम हमले और LOC की स्थिति: 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरण घाटी में पांच इस्लामिक आतंकियों ने हमला कर 26 नागरिकों, ज्यादातर पर्यटकों, की हत्या कर दी थी। यह 2008 के मुंबई हमले के बाद सबसे घातक आतंकी हमला था। जांच में पाकिस्तान की आईएसआई और लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) का हाथ सामने आया है। इसके बाद से पाकिस्तान ने LOC पर लगातार नौ रातों तक गोलीबारी की, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। भारत ने जवाबी कार्रवाई में सिंधु जल समझौता निलंबित करने, पाकिस्तानी उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने और सैन्य तैयारियों को तेज करने जैसे कदम उठाए हैं।
जनता का गुस्सा, सरकार का संकल्प: पहलगाम हमले के बाद देशभर में आक्रोश है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा ने 28 अप्रैल को आतंकवाद के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया। अंतरराष्ट्रीय समुदाय, जिसमें अमेरिका, फ्रांस और इजरायल शामिल हैं, ने हमले की निंदा की है। पाकिस्तान ने अपनी संलिप्तता से इनकार किया है, लेकिन भारत ने कूटनीतिक दबाव बढ़ाते हुए कई सख्त कदम उठाए हैं।
केंद्र सरकार के इन बयानों से स्पष्ट है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध है। जनता को भरोसा दिलाया जा रहा है कि सही समय पर उचित जवाब दिया जाएगा।
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नोट: ताजा जानकारी के लिए सरकारी बयान या विश्वसनीय समाचार स्रोत जैसे द हिंदू या एनडीटीवी देखें।