बाल व्यापार को लेकर बल्थरवा और राजोखार में जन चौपाल का आयोजन.
गिरिडीह : कोई भी राष्ट्र तभी विकसित और समृद्धशाली देशों की श्रेणी में गिना जाता है जहां के बच्चों की शिक्षा एवं सुरक्षा को लेकर वहां की सरकारें सकारात्मक दिशा में काम करें। बच्चों के मामलों में हर कोई व्यक्ति संवेदनशील हो, यही मासूम बच्चे आगे चलकर देश के खेवनहार बनेंगे।
जैसा कि भारत सरकार बच्चों की शिक्षा एवं सुरक्षा को लेकर निरन्तर कुछ बेहतर करने का प्रयास भी कर रही है मगर अभी भी बच्चों की सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाने की जरूरत है। उपरोक्त बातें बल्थरवा बाल पंचायत की मुखिया बिशनी कुमारी ने बाल व्यापार रोकने को लेकर आयोजित ग्राम स्तरीय जन चौपाल के दौरान कही।
बाल पंचायत मुखिया ने कहा कि हम सुदूरवर्ती बाल पंचायत के बच्चे भारत के प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी जी और सभी सांसदों से आग्रह करते हैं कि संसद के आगामी सत्र में चाइल्ड ट्रैफकिंग बिल को पास करवाने में खुलकर मदद करें। इस बिल को पास करवाने में किसी भी तरह का व्यवधान पैदा नहीं होना चाहिए। बाल पंचायत के बच्चों ने कहा कि नोबेल शांति पुरस्कार विजेता सह बच्चों के मसीहा कैलाश सत्यार्थी जी द्वारा पूरी दुनियां को बाल मित्र विश्व बनाने का जो सपना है, यह बिल संसद में पारित हो जाने से मजबूती भी मिलेगी।
जन चौपाल के दौरान उपस्थित ग्रामीणों ने कहा कि हम लोग बच्चों की मांग का समर्थन करते हैं। जन चौपाल के दौरान, राजू हांसदा,पूजा कुमारी, फुलवा कुमारी, रमेश हांसदा, छोटकी देवी, मधु हेम्ब्रम, मदन यादव, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के सुरेन्द्र कुमार त्रिपाठी, मो.आरिफ अंसारी,कृष्णा पासवान, सुरेन्द्र सिंह, वेंकटेश प्रजापति, सतीस मिस्त्री सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।
गिरिडीह, दिनेश