आरजेडी के अंदर शुरू हुई विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रही है
बिहार की राजनीति माहौल इन दिनों आरजेडी को लेकर गर्म होती दिख रही है. आरजेडी के अंदर शुरू हुई विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रही है. तेजप्रताप लगातार बगावत कर रहे है. आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को हिटलर कहने के बाद दोनों ओर से बयानबाजी शुरू हो गयी है. तेजस्वी ने तेजप्रताप को सलाह दिया की बड़ो की बात माननी चाहिए. जिसे नाराज होकर तेजप्रताप ने भी कहा कि बिहार में बाढ़ आया हुआ है. ऐसे में लोगों की मदद करने के बजाय तेजस्वी दिल्ली क्यों चले गये है.
संजय यादव तेजस्वी को जनता से दूर कर रहे हैं
तेजप्रताप ने जगदानन्द सिंह को महाभारत का शिशुपाल तो तेजस्वी के सलाहकार संजय यादव को दुर्योधन बता डाला. तेज प्रताप ने कहा कि बिहार में लोग बाढ़ से डूब रहे हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में घूमने का काम तेजस्वी को करना चाहिए. घूमने का काम किया भी है लेकिन संजय यादव भड़काकर दिल्ली लेकर चला गया है. संजय यादव जनता से दूर कर रहे हैं. बिहार से बाहर क्यों लेकर गए. तेजस्वी नेता प्रतिपक्ष हैं. हम मिले भी हैं. ऐसा तो कोई बात नहीं हुआ था. संजय यादव का अपना घर-बार नहीं है, अपने बाल बच्चों को देखें.
आगे कहते हुए तेजप्रताप ने कहा कि मैं जल्द ही दिल्ली जाउंगा और उनसे बात करूंगा. जब तक जगदानंद को नहीं हटा लेता तब तक मैं सांस नहीं लूंगा. तेजप्रताप ने कहा कि मैं अपनी बात को तेजस्वी बता रहा था. तब इसके सलाहकार संजय यादव तेजस्वी को लेकर चला गया. संजय दुर्योधन की भूमिका में है. तेजस्वी यादव सुनेंगे मेरी बात को. उन्हे सीएम बनना है. अपने पक्ष में उनको ले लेंगे. वह अभी बच्चे हैं.
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रक्षाबंधन के दिन परिवार के बीच होगा फैसला
बता दें कि दूसरी ओर तेजस्वी यादव पार्टी को बचाने और पार्टी में अनुशासन की बात कर रहे हैं, तो तेजप्रताप इमोशनल कार्ड खेल रहे हैं. रक्षाबंधन के दिन दोनों भाइयों का फैसला परिवार के बीच होना है. तेजप्रताप की दलील होगी कि तेजस्वी दूसरों के खातिर अपने सगे भाई को खुद से दूर कर रहे हैं.