कोडरमा में बिजली विभाग की लापरवाही ने ली जान, 41 वर्षीय शंकर गुप्ता की हाई टेंशन तार के करंट से मौत, क्या शंकर गुप्ता की मौत की किसी पर जवाबदेही तय होगी ?
कोडरमा में बिजली विभाग की लापरवाही ने ली जान, 41 वर्षीय शंकर गुप्ता की हाई टेंशन तार के करंट से मौत
कोडरमा, : कोडरमा थाना क्षेत्र के छतरबर गांव में बिजली विभाग की घोर लापरवाही के चलते एक और जिंदगी बुझ गई। 11 हजार वोल्ट के हाई टेंशन तार की चपेट में आने से 41 वर्षीय शंकर गुप्ता की दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब शंकर रात को खाना खाने के बाद अपनी छत पर टहलने गए थे। मृतक के भतीजे अक्षय कुमार गुप्ता ने बताया कि हाई टेंशन तार उनके घर की छत से बेहद कम ऊंचाई पर गुजरा हुआ था, जिसके कारण यह हादसा हुआ।
परिजनों का आरोप है कि बिजली विभाग को इस खतरनाक तार को हटाने के लिए कई बार शिकायत की गई थी, लेकिन विभाग ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। अक्षय ने कहा, “हमने बार-बार बिजली विभाग को सूचित किया था कि तार बहुत नीचे है, लेकिन उनकी लापरवाही ने हमारे चाचा की जान ले ली।” शंकर गुप्ता अपने पीछे पत्नी और दो छोटे बच्चों को छोड़ गए हैं, जिनके कंधों पर परिवार की पूरी जिम्मेदारी थी। इस हादसे ने परिवार को बेसहारा कर दिया है।
घटना की सूचना मिलने पर कोडरमा पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेने की कोशिश की, लेकिन गुस्साए परिजनों ने बिजली विभाग की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराते हुए शव सौंपने से इनकार कर दिया। परिजनों ने विभाग से उचित मुआवजे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
यह कोई पहला मामला नहीं है जब बिजली विभाग की लापरवाही से इस तरह की घटनाएं सामने आई हों। जर्जर तारों, खंभों और अनदेखी की वजह से आए दिन लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की गहन जांच हो और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
परिजनों और ग्रामीणों ने बिजली विभाग से तत्काल प्रभाव से हाई टेंशन तारों को सुरक्षित करने और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की है। इस घटना ने एक बार फिर बिजली विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।