राँची को मिली जाम से मुक्ति: रातु रोड ऐलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दी सौगात
राँची को मिली जाम से मुक्ति: रातु रोड ऐलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दी सौगात
राँची, 3 जुलाई : झारखंड की राजधानी राँची के लिए आज एक ऐतिहासिक दिन रहा, जब केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने रातु रोड ऐलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन किया। इस 3.57 किलोमीटर लंबे फ्लाईओवर का निर्माण 558 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है, जो राँचीवासियों को ट्रैफिक जाम की वर्षों पुरानी समस्या से निजात दिलाएगा। उद्घाटन समारोह में गडकरी ने रेड रिबन काटकर और तिरंगे रंग के गुब्बारे उड़ाकर इस परियोजना को जनता को समर्पित किया।
उद्घाटन समारोह की भव्यता
रातु रोड के ओटीसी ग्राउंड में आयोजित उद्घाटन समारोह में भारी भीड़ उमड़ी। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का स्वागत रक्षा राज्यमंत्री और राँची सांसद संजय सेठ ने शॉल ओढ़ाकर किया। गडकरी ने बिरसा चौक पर भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद मोटरसाइकिल जुलूस के साथ ओटीसी ग्राउंड पहुंचकर सभा को संबोधित किया। इस मौके पर राज्य के कई मंत्री, विधायक, एनएचएआई के अधिकारी और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।
कॉरिडोर की विशेषताएं
लंबाई और लागत : 3.57 किमी लंबा यह ऐलिवेटेड कॉरिडोर नागाबाबा खटाल से हेहल पोस्ट ऑफिस तक बनाया गया है। इसका निर्माण 558 करोड़ रुपये की लागत से 26 महीनों में पूरा हुआ।
यातायात में राहत : यह फ्लाईओवर रातु रोड, हरमू, पंडरा, मांडर, और गुमला जैसे क्षेत्रों में ट्रैफिक जाम को कम करेगा। पहले कचहरी से पंडरा तक का 35-40 मिनट का सफर अब मात्र 4-7 मिनट में पूरा होगा।
सौंदर्यीकरण: फ्लाईओवर के नीचे सोहराई पेंटिंग, स्ट्रीट लाइटिंग, और पौधारोपण का कार्य किया जाएगा। सांसद संजय सेठ ने बैडमिंटन और वॉलीबॉल कोर्ट बनाने का सुझाव भी दिया है।
रैंप और कनेक्टिविटी: कॉरिडोर में कई रैंप बनाए गए हैं, जो रातु रोड, राजभवन, इटकी रोड, और आकाशवाणी केंद्र तक आसान पहुंच प्रदान करेंगे।
ट्रैफिक और समय की बचत
रातु रोड, राँची की सबसे व्यस्त सड़कों में से एक है, जहाँ रोजाना डेढ़ से दो लाख लोग सफर करते हैं। इनमें स्कूली बच्चे, मरीज, ऑफिस कर्मचारी, और व्यापारी शामिल हैं। इस कॉरिडोर के शुरू होने से 300 से अधिक एंबुलेंस को जाम से राहत मिलेगी, जिससे मरीजों को समय पर अस्पताल पहुंचाने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, ईंधन की बचत और दुर्घटनाओं में कमी की भी उम्मीद है।[]()
नामकरण पर सियासी हलचल
कॉरिडोर के नामकरण को लेकर राजनीतिक बहस तेज है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस ने इसे दिशोम गुरु शिबू सोरेन के नाम पर रखने की मांग की है, जबकि भाजपा इसे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर “अटल कॉरिडोर” नाम देना चाहती है। आजसू पार्टी के पूर्व विधायक डॉ. लंबोदर महतो ने इसे विनोद बिहारी महतो के नाम पर रखने का सुझाव दिया है।
उद्घाटन में देरी और हेमंत सोरेन का पत्र
पहले इस कॉरिडोर का उद्घाटन 19 जून को प्रस्तावित था, लेकिन केंद्रीय मंत्रालय ने इसे स्थगित कर 3 जुलाई की तारीख तय की। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शिबू सोरेन की अस्वस्थता के कारण उद्घाटन स्थगित करने का आग्रह किया था, लेकिन अंततः समारोह तय तारीख पर ही हुआ।
तैयारियों का जायजा
उद्घाटन से पहले राँची के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने ट्रैफिक प्रबंधन, भीड़ नियंत्रण, वैकल्पिक मार्ग, और सुरक्षा व्यवस्था के लिए निर्देश दिए। राँची नगर निगम ने विशेष सफाई अभियान चलाया और खराब स्ट्रीट लाइट्स को ठीक किया। एनएचएआई और निर्माण कंपनी केसीसी बिल्डकॉन ने फ्लाईओवर और सर्विस रोड का निरीक्षण कर सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया।
राँचीवासियों की प्रतिक्रिया
रातु रोड ऐलिवेटेड कॉरिडोर को लेकर स्थानीय लोगों में उत्साह है। सांसद संजय सेठ ने इसे अपने बचपन के आंदोलन का परिणाम बताते हुए कहा कि यह फ्लाईओवर राँची की तरक्की की नई उड़ान है। सोशल मीडिया पर भी लोग इसे “विकास की राह” बता रहे हैं।
नितिन गडकरी का झारखंड दौरा
राँची में उद्घाटन के पूर्व गडकरी गढ़वा के हूर गाँव में बाईपास सड़क का उद्घाटन करने गए। उन्होंने झारखंड के लिए कई अन्य योजनाओं की घोषणा भी की, जिससे राज्य में सड़क नेटवर्क और मजबूत होगा।
जाहिर है रातु रोड ऐलिवेटेड कॉरिडोर राँची के यातायात को सुगम बनाने के साथ-साथ शहर के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। यह न केवल समय और ईंधन की बचत करेगा, बल्कि राँची को जाम-मुक्त शहर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस परियोजना के लिए राँचीवासियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त किया है।