फर्जी माप तोल अधिकारी को अधिकारियों को ग्रामीणों ने किया पुलिस के हवाले.
गिरीडीह : फर्जी माप तोल अधिकारी बनाए दो युवकों को ग्रामीणों ने निमियाघाट पुलिस के हवाले कर दिया है। दरअसल मामला यह है कि निमियाघाट थाना क्षेत्र के मधुपुर मजार के पास प्रदीप चौधरी के खुदरा गल्ले की दुकान में ये दोनों युवक बतौर मापतोल अधिकारी बनकर आए तथा दुकान के रजिस्ट्रेशन बटखरे, तथा तराजु के कागजात की मांग की।
दुकानदार द्वारा सारे कागजात प्रस्तुत किए गए, कागजात देख दोनों अधिकारियों ने दुकानदार से यह कहते हुए ₹18000 की मांग की कि आपके तराजू का बिल पक्का नहीं है जबकि तराजू का बिल बिल्कुल पक्का था। दुकानदार को इन दोनों के व्यवहार से शक होने लगा दुकानदार द्वारा आसपास के लोगों को इसकी सूचना दी गई कई बुद्धिजीवी उक्त दुकान में इकट्ठा हुए और दोनों फर्जी अधिकारियों से पूछताछ करने लगे।
इतना ही नहीं ये दोनों यह कह कर इकट्ठे बुद्धिजीवियों को भड़काने लगे कि हम दोनों रांची से आए हैं, हम बड़े अधिकारी हैं। इस बात पर लोगों को और भी शक गहराने लगा कि आखिर गिरिडीह जिला में रांची से क्यों कोई अधिकारी आएगा।।इस बात की सूचना निमियाघाट थाना प्रभारी को ग्रामीणों द्वारा दी गई पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए दोनों फर्जी माप तोल अधिकारियों को अपने कब्जे में लेते हुए ग्रामीणों द्वारा दिए गए आवेदन के आलोक में मामला दर्ज करते हुए छानबीन शुरू कर दी तथा वाहन को भी जप्त कर लिया गया है।
दोनों फर्जी अधिकारियों में पहला संतोष कुमार पिता लुबरा महतो ग्राम बड़ा पांडेडीह, (खानूडीह) थाना बाघमारा जिला धनबाद तथा दूसरे का नाम आयुष कुमार सिन्हा पिता अरुण कुमार श्रीवास्तव ग्राम कोल्हाकुसुमा जिला धनबाद है। फिलहाल दोनों पुलिस की गिरफ्त में है तथा पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
गिरिडीह, दिनेश