देवघर : चौकीदार पर लगा बालू तस्करी का आरोप
देवघर जिले में अवैध बालू खनन का मामला गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा उपायुक्त विशाल सागर के नेतृत्व में लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं, जिसमें विभिन्न बालू घाटों का निरीक्षण और अवैध खनन करने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। फिर भी, ग्रामीण क्षेत्रों में बालू माफियाओं का दबदबा कम होने का नाम नहीं ले रहा। ताजा मामला सरावां प्रखंड में जहां चौकीदार जैसे जिम्मेदार पद पर तैनात व्यक्ति पर खुद अवैध खनन का आरोप लगा है।
रामकिशोर यादव, जो सारवा प्रखंड में चौकीदार के रूप में कार्यरत हैं, पर स्थानीय ग्रामीण दिनेश यादव ने नदी से अवैध बालू खनन का आरोप लगाया है। दिनेश का कहना है कि इस खनन से नदी का पानी सूख रहा है, जिससे किसानों को सिंचाई में भारी परेशानी हो रही है। उन्होंने इसकी शिकायत सारवां थाना में की, लेकिन कार्रवाई होने के बजाय उन्हें रामकिशोर यादव से फोन पर गाली-गलौज का सामना करना पड़ा। इस घटना का ऑडियो वायरल होने से मामला और सुर्खियों में आ गया है। दिनेश ने थाना प्रभारी को मौखिक रूप से गाली-गलौज की शिकायत भी दी, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
दूसरी ओर, रामकिशोर यादव ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि यह बालू खनन का मामला नहीं, बल्कि खेत से मिट्टी उठाने को लेकर हुई कहासुनी का नतीजा है। उनका दावा है कि इसे गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है। वहीं, सारवां के अंचलाधिकारी राजेश कुमार शाह ने मामले की जांच शुरू करने की बात कही है और आश्वासन दिया है कि यदि आरोप सही पाए गए तो उचित कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना कई सवाल खड़े करती है। पहला, जब जिला प्रशासन अवैध खनन रोकने के लिए इतने प्रयास कर रहा है, तो फिर ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी गतिविधियां क्यों नहीं रुक रही हैं?