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उरूमकेला में भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी ने लगाया स्वास्थ्य शिविर, ग्रामीणों को मिली राहत

शंभु कुमार सिंह

सिमडेगा : झारखंड-छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित सुदूरवर्ती गांव उरूमकेला में भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी, सिमडेगा इकाई ने स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया। इस शिविर का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना और लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना था। शिविर में 245 से अधिक ग्रामीणों ने विभिन्न स्वास्थ्य परीक्षण कराए और निशुल्क दवाइयों के साथ-साथ स्वास्थ्य परामर्श प्राप्त किया।

रेड क्रॉस सोसाइटी के सचिव मोहन सिंह ने बताया कि संस्था का लक्ष्य उन क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना है, जहां विकास की किरणें अभी तक पूरी तरह नहीं पहुंची हैं। उरूमकेला जैसे दुर्गम क्षेत्रों में यह पहल ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हुई। ग्रामीणों ने शिविर की सराहना करते हुए कहा कि आज भी वे मरीजों को खाट पर लादकर इलाज के लिए ले जाते हैं, जो 21वीं सदी में विकास की कमी को दर्शाता है।

उपायुक्त का आश्वासन: सड़क और पेयजल की समस्या का जल्द समाधान

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपायुक्त अजय कुमार सिंह ने उरूमकेला में प्रमुख सड़क की समस्या के जल्द समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने मातृ वंदना योजना, आयुष्मान भारत योजना सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी दी और ग्रामीणों को संतुलित आहार, स्थानीय फल-सब्जियों और हरी साग-सब्जियों के सेवन पर जोर दिया।

शिविर के दौरान एक आदिम जनजाति की महिला ने उपायुक्त को बताया कि पहाड़ पर बसे 11 परिवारों को पेयजल की सुविधा नहीं है और उन्हें दूर से पानी लाना पड़ता है। उपायुक्त ने इस समस्या के शीघ्र समाधान का भरोसा दिलाया।

पीएम जनमन योजना के तहत गृह प्रवेश

उपायुक्त ने पीएम जनमन योजना के तहत बने आवास का फीता काटकर लाभुक सुगल कोरवा को गृह प्रवेश कराया। सुगल कोरवा, जो पहले मिट्टी और खपरैल के घर में रहते थे, ने स्वयं राजमिस्त्री का कार्य कर अपना पक्का घर बनाया। उन्होंने बताया कि उन्हें अभी तक पेंशन और राशन कार्ड की सुविधा नहीं मिली है। इस पर उपायुक्त ने अंचलाधिकारी को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।

सड़क निर्माण में वन विभाग की अड़चन

ग्रामीणों ने बड़कीबिउरा पंचायत से उरूमकेला तक सड़क निर्माण की मांग उठाई, जो वन विभाग से फॉरेस्ट क्लीयरेंस न मिलने के कारण वर्षों से लंबित है। उपायुक्त ने आश्वासन दिया कि वे वन प्रमंडल पदाधिकारी के साथ बैठक कर इस समस्या का समाधान करेंगे। उन्होंने बताया कि यह सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत स्वीकृत है और राशि प्राप्त होते ही निर्माण कार्य शुरू होगा।

कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त संदीप कुमार दोराईबुरु, बीस सूत्री कार्यक्रम के उपाध्यक्ष, जिला परिषद उपाध्यक्ष, सिविल सर्जन, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।

नक्सली घटना को बताया था अपवाह

उल्लेखनीय है कि उरूमकेला क्षेत्र में कुछ समय पहले नक्सलियों द्वारा विद्यालय के छात्रों और शिक्षकों के अपहरण की खबर ने सुर्खियां बटोरी थीं। तत्कालीन एसपी राजीव रंजन ने इसे गंभीरता से लेते हुए जांच की थी और इसे अपवाह व पारा शिक्षक का षड्यंत्र करार दिया था।

यह शिविर उरूमकेला जैसे सुदूरवर्ती क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ, जिसने ग्रामीणों में नई उम्मीद जगाई।

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