भारत-पाक सीजफायर: सीमावर्ती इलाकों में तनाव के बीच शांति की उम्मीद
भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार शाम घोषित युद्ध विराम (सीजफायर) के बाद जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में देर रात तक गोलीबारी और धमाकों की आवाजें थम गईं। हालांकि, सीजफायर के कुछ घंटों बाद ही पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमलों और गोलीबारी की घटनाएं सामने आईं, जिससे तनाव की स्थिति बनी रही।
भारतीय सेना ने इन हमलों को नाकाम करते हुए सख्त जवाबी कार्रवाई की। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया, लेकिन भारत ने संयम और जिम्मेदारी के साथ जवाब दिया। हम शांति के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन किसी भी उकसावे का माकूल जवाब देंगे।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, “भारत का रुख हमेशा संतुलित और जिम्मेदार रहा है। हम शांति चाहते हैं, लेकिन आतंकवाद के खिलाफ हमारी नीति में कोई ढील नहीं होगी।”सीमावर्ती इलाकों के निवासियों में अभी भी अनिश्चितता बनी हुई है, लेकिन सीजफायर ने शांति की एक नई उम्मीद जगाई है। दोनों देशों के बीच बातचीत और विश्वास बहाली की प्रक्रिया अब इस क्षेत्र की स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण होगी।
सीजफायर की घोषणा के बाद स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। भारतीय सेना ने सीमा पर अपनी सतर्कता बढ़ा दी है, और सभी एयर डिफेंस यूनिट्स को सक्रिय रखा गया है। अमृतसर के डीसी ने सुबह 8:15 बजे बयान जारी कर कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है, और सामान्य गतिविधियां फिर से शुरू की जा सकती हैं। वहीं चीन, रूस और बांग्लादेश सहित कई देशों ने भारत-पाकिस्तान तनाव पर चिंता जताई और दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है।