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Ranchi News:-अप्रैल को सामाजिक न्याय माह के रूप में मनाएगा आजसू रांची में 6, 7 और 8 अक्टूबर को होगी महाधिवेशन, कांग्रेस सरकार की नीति, निर्णय और नीयत से खुल जाएगी कच्ची चादर.

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प्रेरणा चौरसिया

Drishti  Now  Ranchi

आजसू पार्टी का राष्ट्रीय महाधिवेशन छह, सात और आठ अक्टूबर को रांची में होगा। इससे पहले पहले एक लाख सक्रिय कार्यकर्ता खड़े होंगे। आजसू ने राज्य के वर्तमान राजनीतिक हालात एवं जनमानस के अंदर व्याप्त निराशा एवं बेचैनी को देखते हुए आजसू पार्टी ने व्यापक आंदोलन की रुपरेखा तैयार की है। आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए पार्टी प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत ने उक्त जानकारी दी।
सरकार ने जनादेश के साथ किया छल
उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि महा गठबंधन की सरकार ने तीन साल में जनादेश के साथ बड़ा छल किया है। नौजवानों के भविष्य तथा झारखंडी अस्मिता एवं पहचान के साथ खिलवाड़ किया है। मुख्यमंत्री ने नियोजन नीति के नाम पर अपना पॉलिटिकल एजेंडा सेट करने की कोशिश में सब कुछ उलझा कर रख दिया है। चुनाव से पहले 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति, नियोजन नीति और आरक्षण की बात करने वाली सरकार अब 1932 का नाम सुनते ही बौखला जाती है। झारखंडी युवाओं पर चलाई गई लाठियां उनकी राज्य विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हर विधानसभा सत्र में अलग-अलग बयान देते रहते हैं। यह सरकार जातीय जनगणना से भी भाग रही है, जबकि आरक्षण के लिए यही आधार है।
महाधिवेशन से पहले एक लाख सक्रिय कार्यकर्ता खड़े होंगे
अक्टूबर में होने वाले महाधिवेशन से पहले एक लाख सक्रिय कार्यकर्ता खड़े किए जायेंगे, जो सांगठनिक और चुनावी मोर्चा पर पार्टी के लिए रीढ साबित होंगे। पार्टी का महाधिवेशन 6 से 8 अक्टूबर तक रांची में होगा। इसके साथ ही संगठन के ढांचे को दुरुस्त करने के लिए जो काम बाकी है उसे टाइम फ्रेम के तहत पूरे करने को कहा गया है।
सात सूत्री मांगों को लेकर पार्टी हमेशा मुखर
सात सूत्री मांगों को लेकर आजसू पार्टी मुखर होकर आंदोलन करते आई है। पार्टी आगे भी यह संघर्ष और उलगुलान जारी रखेगी। डॉ. देवशरण भगत ने कहा कि हमारे सात सूत्री मांगों में खतियान आधारित स्थानीय एवं नियोजन नीति, जातीय जनगणना एवं पिछड़ों को आबादी अनुसार आरक्षण, पूर्व में जो जातियां अनुसूचित जनजाति की सूची में थे, उन्हें फिर अनुसूचित जनजाति में शामिल करना, सरना धर्म कोड, बेरोजगारों को रोज़गार, झारखण्ड के संसाधनों की लूट बंद करना तथा झारखण्ड आंदोलनकारियों को सम्मान देना मुख्य रूप से शामिल है।
आंदोलन की रूपरेखा की तैयार
राज्य के वर्तमान राजनीतिक हालात एवं जनमानस के अंदर व्याप्त निराशा एवं बेचैनी को देखते हुए आजसू पार्टी ने व्यापक आंदोलन की रुपरेखा तैयार की है।
ऐसी है रूपरेख

  • 5 अप्रैल को पूरे राज्य में रघुनाथ महतो शहादत दिवस समारोह का आयोजन तथा 11 अप्रैल को सिदो कान्हू जयंती समारोह का आयोजन किया जाएगा।
  • 13 अप्रैल को सभी जिलों में नियोजन नीति, जातीय जनगणना, आरक्षण और नौकरी के सवाल को लेकर जिला स्तरीय सामाजिक न्याय मार्च निकाला जाएगा।
  • 14 अप्रैल को बाबा साहेब आंबेडकर जयंती का आयोजन सभी विस क्षेत्रों में होगा।
  • 23 अप्रैल को राज्यस्तरीय सामाजिक न्याय मार्च रांची में होगा।
  • 25 अप्रैल को शहीद गंगा नारायण सिंह की जयंती समारोह का आयोजन
  • 27 अप्रैल को अनुसूचित जनजाति महासभा का राज्य स्तरीय सम्मेलन भोगनाडीह, साहेबगंज में
  • 30 अप्रैल को अनुसूचित जाति महासभा का राज्यस्तरीय सम्मेलन चतरा में
  • 6,7 एवं 8 अक्टूबर को केंद्रीय महाधिवेशन रांची में

पार्टी ने बनायी आरएंडडी विंग
आजसू पार्टी ने रिसर्च एंड डेटा एनालिसिस विंग गठित किया है। राज्य में ऐसा करने वाली यह पहली पार्टी होगी। वहीं आजसू प्रमुख सुदेश कुमार महतो एवं अन्य नेताओं ने मोरहाबादी, रांची स्थित नीलांबर-पीतांबर पार्क जाकर वीर शहीद नीलांबर-पीतांबर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा : झारखंड के वीर सपूत नीलांबर-पीतांबर ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ आंदोलन का जो बिगुल फूंका, वो हमारे जेहन में हमेशा रहेगा। आज का दिन उन अगणित बलिदानों को स्मरण करने और उनके संघर्षों को याद करने का दिन है, जिनके त्याग, समर्पण और शहादत से हमें आज़ादी मिली।

 

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