आपातकाल में जोड़े गए “धर्मनिरपेक्षता” और “समाजवाद” शब्द हटाने की उठी मांग, भाजपा नेता ओमप्रकाश सिंह ने किया संघ के प्रस्ताव का समर्थन।
आपातकाल में जोड़े गए “धर्मनिरपेक्षता” और “समाजवाद” शब्द हटाने की उठी मांग, भाजपा नेता ओमप्रकाश सिंह ने किया संघ के प्रस्ताव का समर्थन।

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और वरिष्ठ नेता ओमप्रकाश सिंह ने आपातकाल के दौरान संविधान की प्रस्तावना में जोड़े गए “धर्मनिरपेक्षता” और “समाजवाद” शब्दों को हटाने की वकालत की है। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यवाह दत्तात्रेय हंसबोले के इस संबंध में दिये गए बयान का समर्थन करते हुए कहा कि यह शब्द बिना संसदीय चर्चा के आपातकाल में जोड़े गए थे और आज की परिस्थितियों में इन्हें प्रस्तावना से विलोपित करना जरूरी है। ओमप्रकाश सिंह ने दावा किया कि संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर भी इन शब्दों को संविधान में शामिल करने के पक्ष में नहीं थे।