झारखंड की बेटियों ने रचा इतिहास: अंकिता दत्ता और जिया कुमारी ने JAC 12वीं साइंस में लहराया परचम!
झारखंड की बेटियों ने रचा इतिहास: अंकिता दत्ता और जिया कुमारी ने JAC 12वीं साइंस में लहराया परचम!
झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) ने 31 मई 2025 को 12वीं साइंस स्ट्रीम के रिजल्ट जारी किए, और इस बार झारखंड की दो बेटियों ने अपनी मेहनत और लगन से इतिहास रच दिया। गोविंदपुर की अंकिता दत्ता ने 500 में से 477 अंक हासिल कर राज्य में पहला स्थान प्राप्त किया, तो वहीं रांची की जिया कुमारी, एक टिफिन सर्विस चलाने वाले की बेटी, ने 473 अंक लाकर जिला टॉपर बनकर सबका दिल जीत लिया। सीमित संसाधनों और चुनौतियों को मात देते हुए इन दोनों ने न सिर्फ अपने परिवार, बल्कि पूरे झारखंड का नाम रोशन किया।
मेहनत और अनुशासन की मिसाल
अंकिता दत्ता: रांची के एक सामान्य परिवार से आने वाली अंकिता ने अपनी पढ़ाई को प्राथमिकता दी। सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई, पुराने प्रश्नपत्रों का गहन अभ्यास और फिजिक्स-केमिस्ट्री के कॉन्सेप्ट्स पर गहरी पकड़ ने उन्हें टॉप तक पहुंचाया। मोबाइल और सोशल मीडिया से दूरी बनाकर उन्होंने अपने लक्ष्य पर पूरा ध्यान केंद्रित किया। अंकिता कहती हैं, “शिक्षकों और परिवार के सहयोग ने मेरी राह आसान की। मेहनत और आत्मविश्वास से कोई भी मंजिल पाई जा सकती है।”
जिया कुमारी: रांची की जिया ने साबित कर दिखाया कि सपने संसाधनों के नहीं, हौसले के दम पर पूरे होते हैं। उनके पिता टिफिन सर्विस चलाते हैं, लेकिन जिया ने कभी हार नहीं मानी। नियमित पढ़ाई, विज्ञान के कॉन्सेप्ट्स को समझने पर जोर और अनुशासित दिनचर्या ने उन्हें जिला टॉपर बनाया। जिया का अगला लक्ष्य है UPSC परीक्षा पास कर देश की सेवा करना।
परिवार और शिक्षकों का गर्व
जब रिजल्ट आया, तो अंकिता और जिया के माता-पिता की आंखों में खुशी और गर्व के आंसू छलक उठे। दोनों ने अपने स्कूल, शिक्षकों और प्राचार्य का आभार जताया, जिनके मार्गदर्शन ने उनकी मेहनत को पंख दिए। अंकिता के माता-पिता ने कहा, “यह हमारा नहीं, हमारी बेटी का गर्व है।” वहीं, जिया के पिता ने अपनी बेटी की उपलब्धि को जीवन की सबसे बड़ी कमाई बताया।
जाहिर है अंकिता और जिया की कहानी हर उस युवा के लिए प्रेरणा है, जो सीमित संसाधनों के बीच बड़े सपने देखता है। दोनों का मानना है कि सही दिशा, कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास के साथ कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं।