रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन 3 जुलाई को, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी करेंगे लोकार्पण
रीता कुमारी
राजधानी रांची के बहुप्रतीक्षित रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन कल, 3 जुलाई 2025 को होगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का लोकार्पण केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी करेंगे। 3.57 किलोमीटर लंबा यह फ्लाईओवर नागाबाबा खटाल से हेहल पोस्ट ऑफिस तक बनाया गया है, जिसकी लागत लगभग 558 करोड़ रुपये है।
यह एलिवेटेड कॉरिडोर रांची में ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके शुरू होने से कचहरी से पंडरा तक का सफर, जो पहले 30 मिनट से एक घंटे तक लगता था, अब महज 4-5 मिनट में पूरा हो सकेगा। यह फ्लाईओवर हरमू रोड, पंडरा, मांडर, रातू, बेड़ो और नगड़ी जैसे क्षेत्रों में यातायात को सुगम बनाएगा, साथ ही ईंधन की खपत और प्रदूषण को कम करने में भी योगदान देगा।
रांची के सांसद और केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने बताया कि इस परियोजना का निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा किया गया है। उद्घाटन समारोह सुबह 11 बजे रातू रोड के ओटीसी ग्राउंड में आयोजित होगा, जिसमें राज्य और केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि शामिल होंगे।
उद्घाटन से पहले तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। सड़क किनारे अतिक्रमण हटाने, सौंदर्यीकरण, पौधारोपण और स्ट्रीट लाइट लगाने का कार्य अंतिम चरण में है। संजय सेठ ने कहा, “रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर को स्वच्छ और सुंदर रखना हमारी जिम्मेदारी है। यह रांचीवासियों के लिए ऐतिहासिक सौगात है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी से साकार हुई है।”
हालांकि, फ्लाईओवर के नामकरण को लेकर सियासत भी गरमाई हुई है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और कांग्रेस ने इसका नाम पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के नाम पर रखने की मांग की है, जबकि आजसू पार्टी के पूर्व विधायक डॉ. लंबोदर महतो ने इसे विनोद बिहारी महतो के नाम पर करने का प्रस्ताव दिया है।
यह परियोजना नवंबर 2022 में शुरू हुई थी और जनवरी 2025 तक पूरी होने का लक्ष्य था, लेकिन जमीन अधिग्रहण और तकनीकी कारणों से इसमें चार महीने की देरी हुई। अब यह कॉरिडोर रांचीवासियों के लिए समय और संसाधनों की बचत के साथ यातायात को सुगम बनाने का वादा करता है।