दी खलारी सीमेंट वर्कर्स यूनियन के द्वारा जारी अनिश्चितकालिन धरना प्रदर्शन सोमवार को लगातार पांचवे दिन भी जारी.
खलारी : ‘दी खलारी सीमेंट वर्कर्स यूनियन के द्वारा जारी अनिश्चितकालिन धरना प्रदर्शन सोमवार को लगातार पांचवे दिन भी जारी रहा। धरना प्रदर्षन यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष रंजन सिंह बिट्टु की अध्यक्षता में जारी है। सोमवार को भी धरना स्थल पर यूनियन एवं फैक्ट्री कामगारों के समर्थन में विभिन्न ट्रेड यूनियनों, सामाजिक तथा राजनीतिक संगठनों के साथ स्थानीय लोग धरना स्थल पर पंहुचे। यूनियन के द्वारा फैक्ट्री कामगारों एवं सेवानिवृत कामगारों के बकाया देने सहित 11 सुत्री मांगों को प्रबंधन के समक्ष रखा गया है। लेकिन प्रबंधन की ओर यूनियन की मांगों के आलोक में कोई भी सकारात्मक पहल नही किया गया।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!वहीं सोमवार को खलारी सीमेंट फैक्ट्री प्रबंधन एवं फैक्ट्री यूनियन के बीच वार्ता हुई। लेकिन वार्ता में किसी भी प्रकार की सहमती नही बनी। इधर यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष रंजन सिंह बिट्टु ने कहा कि धरना प्रदर्षन को लगातार समर्थन मिल रहा है। मजदूरों के हक और अधिकार के लिए धरना प्रदर्षन को विभिन्न ट्रेड यूनियनों, समाजिक, राजनीतिक एवं गैरराजनीतिक संगठनों के साथ-साथ स्थानीय लोगों का पुरा सहयोग मिल रहा है। वहीं मजदूर भी प्रबंधन के रैवये से त्रस्त होकर इस बार आरपार की लड़ाई के लिए कमर कस ली है। उन्होने कहा कि आज तक यही देखा गया है कि आंदोलनकारियों के ऊपर मुकदमे दर्ज होते आए हैं मगर पहली बार ऐसा हो रहा है कि मजदुरो की ताकत के सामने झुकते हुए प्रशासन ने कारखाना मालिक और लोकल मैनेजमेंट के ऊपर एफआईआर दर्ज करने जैसी कारवाई की है। प्रबंधन ने हर समय मजदुरो को उनकी कम संख्या के चलते मजाक उड़ाया है। लेकिन आज कम संख्या होने के बावजूद मजदूर जिस तरह से एक लंबी लड़ाई लड़ रहे हैं वो इस क्षेत्र के लिए बहुत बड़ी मिसाल है।
बिट्टु ने मजदूरों के ओदोलन को समर्थन देने वाले सभी संगठनों का आभार भी जताया। धरना प्रदर्षन में मुख्य रूप से झारखण्ड प्रदेष कांग्रेस लेबर सेल महासचिव राजन सिंह राजा, भाजपा नेता विकास दूबे, आनन्द सिंह, रंजीत सिंह भी उपस्थित थे। वहीं मौके पर यूनियन के महामंत्री यूके झा, खलारी कांग्रेस प्रखण्ड अध्यक्ष राजेश सिंह मिन्टू, रामशेषण मिश्रा, रतन मिश्रा, तनवीर आलम, सलामत अंसारी, रमण सिंह बंटी, गोपाल सिंह, के साथ अन्य कईं लोग उपस्थित थे।
खलारी, मुमताज़







