बोकारो में अनोखा मामला: दो शीला देवी, दोनों दावा कर रही हैं CCL कर्मी की पत्नी होने का, LIC के 6.8 लाख के लिए विवाद
बोकारो में अनोखा मामला: दो शीला देवी, दोनों दावा कर रही हैं CCL कर्मी की पत्नी होने का, LIC के 6.8 लाख के लिए विवाद
बोकारो, 23 मई 2025: झारखंड के बोकारो जिले के बेरमो में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक मृतक सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (CCL) कर्मी, दिलीप कुमार, की जीवन बीमा निगम (LIC) की डेथ क्लेम राशि ₹6,80,000 को लेकर दो महिलाएं, दोनों का नाम शीला देवी, आमने-सामने हैं। दोनों महिलाएं स्वयं को दिलीप कुमार की पत्नी बताकर बीमा राशि पर दावा कर रही हैं, जिसके चलते यह मामला अब बेरमो थाने तक पहुंच गया है।
क्या है पूरा मामला?
दिलीप कुमार, जो CCL के कर्मचारी थे, की मृत्यु के बाद उनकी LIC पॉलिसी की डेथ क्लेम राशि को लेकर विवाद शुरू हुआ। एक शीला देवी ने पहले ही बीमा कंपनी से ₹6.8 लाख की राशि प्राप्त कर ली है। वहीं, दूसरी शीला देवी ने सामने आकर दावा किया कि वह दिलीप कुमार की असली पत्नी हैं और पहली शीला ने LIC एजेंट और मैनेजर के साथ मिलीभगत कर फर्जीवाड़ा किया है। दूसरी शीला ने आरोप लगाया कि वह इस राशि की सही हकदार हैं और उनके साथ धोखा हुआ है।
दोनों महिलाओं ने अपने-अपने दस्तावेज पेश किए हैं, जिसमें वे खुद को दिलीप कुमार की पत्नी साबित करने का दावा कर रही हैं। इस अनोखे मामले ने न केवल स्थानीय लोगों को हैरान किया है, बल्कि बेरमो पुलिस को भी असमंजस में डाल दिया है।
पुलिस और LIC की स्थिति
बेरमो थाना प्रभारी इस मामले की जांच कर रहे हैं, लेकिन दोनों शीला देवी के दावों और दस्तावेजों ने उन्हें भी उलझन में डाल दिया है। सवाल यह है कि आखिर असली शीला देवी कौन है, और क्या LIC ने सही व्यक्ति को भुगतान किया? LIC की बेरमो शाखा पर भी सवाल उठ रहे हैं कि बिना पूरी जांच के इतनी बड़ी राशि का भुगतान कैसे कर दिया गया।
एक शीला का आरोप
दूसरी शीला देवी ने LIC एजेंट और मैनेजर पर मिलीभगत का गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पहली शीला को पैसे दिए गए, जबकि वह स्वर्गीय दिलीप कुमार की असली पत्नी हैं। दूसरी ओर, पहली शीला भी अपने दावे को मजबूत करने के लिए दस्तावेज पेश कर रही हैं।
बोकारो में पहले भी फर्जीवाड़े के किस्से
बोकारो का बेरमो क्षेत्र पहले भी फर्जीवाड़े और गड़बड़ियों के मामलों के लिए चर्चा में रहा है, लेकिन इस बार का मामला सबसे अलग और अनोखा है। दो महिलाओं का एक ही नाम और एक ही व्यक्ति की पत्नी होने का दावा करना न केवल हैरान करने वाला है, बल्कि यह भी सवाल उठाता है कि बीमा दावों की प्रक्रिया में कितनी सावधानी बरती जाती है।
बेरमो पुलिस ने इस मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। पुलिस दोनों महिलाओं के दस्तावेजों, दिलीप कुमार के पारिवारिक रिकॉर्ड, और अन्य सबूतों की पड़ताल कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि असली शीला देवी कौन है और बीमा राशि का सही हकदार कौन है। साथ ही, LIC की बेरमो शाखा से भी जवाब मांगा जा सकता है कि भुगतान प्रक्रिया में क्या गलती हुई।
यह मामला न केवल बोकारो में चर्चा का विषय बना हुआ है, बल्कि यह बीमा दावों और पहचान सत्यापन की प्रक्रिया पर भी सवाल उठाता है। जांच पूरी होने के बाद ही साफ हो पाएगा कि इस गोलमाल की कहानी में असली शीला कौन है और सच्चाई क्या है।