झॉलीवुड में अपने डांस और चार्मिंग चेहरे के बल पर एक अलग पहचान बनाने वाले युवा कलाकार गुरमीत सिंह जिसे झॉलीवुड में उन्हें बंटी सिंह के नाम से बुलाते थे
रांची । झॉलीवुड में अपने डांस और चार्मिंग चेहरे के बल पर एक अलग पहचान बनाने वाले युवा कलाकार गुरमीत सिंह जिसे झॉलीवुड में उन्हें बंटी सिंह के नाम से बुलाते थे । वे गुरुनानक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा था। 29 जनवरी 2022 शनिवार की शाम अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई, जिसे परिवार वाले आनन-फानन में गुरुनानक अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। बताया जाता है कि वे बीपी का शिकार थे और वह दवा लेने लगे थे,लेकिन बीच में किसी उलझन के कारण दवा लेना छोड़ दिये थे । जिस कारण से उसके दिमाग पर ब्रेनस्ट्रोक हुआ और इसके बाद उसकी हालत बिगड़ती चली गई। उसे गुरुनानक अस्पताल में भर्ती कराया गया। एक फरवरी 2022 मंगलवार देर शाम तक उसकी हालत काफी खराब हो चुकी थी । उसके परिजन में बहन का रो रो कर बुरा हाल हो रहा था।मुझे उसके जीजी ने बताया की उम्मीद कम है।देर रात तक किसी ने पुष्टि नहीं किया गया था।दो फरवरी 2022 को जानकारी मिली की जिंदगी की जंग हार गये।करीब दस बजे गुरुनानक अस्पताल से उसके शव को गुरुद्वारा ले जाया जाये उसके बाद 2:30 बे हरमू मुक्ति धाम में उन्हें श्रद्धांजलि दी जायेगी।
कौन है बंटी सिंहः
एक चार्मिंग चेहरा , युवा दिलों की धड़कन और वह प्लाजा चौक पर झांझर नाम से एक डांस इंस्टिट्यूट चलाता था। इसी के साथ वे धीरे धीरे एलबम की ओर रुख किया । नागपुरी फिल्म की सुपरस्टार वर्षा ऋतु की मां ने निर्देशक जयचंद माझी की फिल्म चिंगारी में एक डांस में कोरियोग्राफी करने के लिए बंटी को उस फिल्म लेकर आई थी। वर्षा और बंटी की जान पहचान करीब 2001 के आसपास हुई थी। इसके बाद पप्पू खान ने नई नवेली एलबम में बंटी को मौका दिये थे। इसके बाद बंटी 2004 के आसपास राजू रंजन कैमरामैन सह डायरेक्टर के संपर्क में आये थे।
बंटी को जानकारी मिली थी की मैं फिल्म पर किताब लिख रहा हूं तो उसने संपर्क किये कहा क्या कुरैशी मेरे बारे में लिखोगे…लेकिन सतीश से थोड़ा ज्यादा लिखोगे..हमपर भी ध्यान दो भाई…।
एलबम के नामः
मांदर बाजेला,नई नवेली,रेशमी रुमाल,वर्षा के साथ चलती जमाना, रे पूनम रे, बेदर्दी गुईया, मोर दिला काले तोड़ देले, तोर दीवाना, दिलो जान से, महुआ पत्तई, बेदर्दी गुईया ,प्यार के मोती ,मंदाकिनी, असमिया छोड़ी सहित करीब एक हजार से अधिक एलबमों में अपने डांस और अपने चेहरे की खूबसूरती से काफी वाहवाही लूटी।
सतीश शाहदेव और बंटी में टक्करः
सतीश शाहदेव और बंटी में कांटे का टक्कर रहा है। झॉलीवुड में 2 स्टार यानी एलबम और फिल्म की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाने वाले सतीश शाहदेव जो पाजेब के डांस कोरियोग्राफर रहे। इसके बाद वे कई एलबम और फिल्मों में भी काम किये। इसी दौरान जो है एक दिन बंटी डांस सीखने पाजेब आया था , लेकिन कुछ बात बनी नहीं ।वह वापस लौट गया, क्योंकि बंटी बचपन से डांस करता था और उसको लगा कि वे बेहतर डांसर है। सतीश को टक्कर लेने के लिए उन्होंने झांझर नामक डांस इंस्टीट्यूट प्लाजा चौक पर खोल दिये। बंटी और सतीश के बीच बोला जाता है कि 36 का आंकड़ा था। काम के प्रति, व्यक्तिगत नहीं । दोनों काफी एलबमों में काम किये, लेकिन अलग-अलग काम किये। दोनों रितिक रोशन के फैन रहे। आपको यह जानकर यह भी आश्चर्य होगा कि 29 जनवरी 2022 को शाम को बंटी को गुरुनानक अस्पताल में भर्ती कराया गये। तो ठीक उसी दिन रात्रि 10:00 बजे के आसपास शनिवार को ही सतीश शाहदेव का जग्गनाथपुर थाना क्षेत्र में सड़क दुर्घटना में घायल हो गये थे। दोनों एक ही दिन अस्पताल में भर्ती हुए दोनों की हालत नाजुक था। सतीश का रिम्स हटा कर पास के नीजी अस्पताल हेल्थ पॉइंट में भर्ती कराया गया है।
बंटी का परिचयः
गुरमीत सिंह उर्फ बंटी सिंह दो भाई, दो बहने, पिताजी स्वर्गीय महेंद्र सिंह , माता सतनाम कौर, शिक्षा गुरु नानक स्कूल से दसवीं तक पढ़ाई किए थे। एलबम के क्षेत्र में आ गए थे । पत्नी सोनल और एक बेटा जैक्स है।
बीमार बंटी झॉलीवुड का नहीं मिला सहयोगः
बंटी के जीजा ने बताया कि जिस तरह से बंटी झॉलीवुड में लोकप्रिय रहे, लेकिन उनके बीमार होने के बाद मुझे लगता है कि चार-पांच लोग के अलावा कोई और उन्हें देखने नहीं आये। इससे स्पष्ट होता है कि झॉलीवुड के लोगों में एक दूसरे के प्रति प्यार व सम्मान कुछ पल के लिए होता है।
मैं भी आपकी बात से इत्तेफाक रखता हूं ,झॉलीवुड में सिर्फ काम के दौरान सहयोग और प्यार मिलता है वही प्यार, सम्मान सिल्वर स्क्रीन के बाद आपके व्यक्तिगत जीवन में जो सहयोग मिलना चाहिए वह नहीं मिल पाता है।