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आज रांची बंद, सड़क पर उतरे आदिवासी संगठन के लोग, टायर जलाकर कर रहे विरोध।

आज रांची बंद, सड़क पर उतरे आदिवासी संगठन के लोग, टायर जलाकर कर रहे विरोध।

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Today Ranchi closed, people of tribal organizations took to the streets, protesting by burning tyres.

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रांची :सिरम टोली फ्लाइओवर रैंप को लेकर सरना समिति द्वारा आज बुलाए गए रांची बंद का असर कई इलाकों में देखने को मिल रहा है। शनिवार सुबह से ही जगह-जगह सड़कों पर जाम देखने को मिल रही है। समर्थकों द्वारा चान्हो मांडर बीजुपाड़ा मुडमा तिल्लता चौक में टायर जलाकर कई मार्गों को बंद कर दिया गया है। दरअसल, रांची सीरमटोली फ्लाई ओवर के रैंप को ‘सरना स्थल’ के पास से हटाने की मांग को लेकर आज आदिवासी समुदायों द्वारा ‘सिरमटोली बचाओ मोर्चा’ बंद बुलाया गया है।

रांची बंद के तहत रांची के कांके से लेकर लोवाडीह चौक के पास आने-जाने वाले वाहनों को रोक दिया जा रहा है। बंद समर्थकों ने कई मार्ग बंद कर दिए हैं। टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। बंद को देखते हुए मुख्य चौक चौराहों की दुकानें भी बंद हैं। अरगोड़ा कटहल मोड रोड से दीपा टोली चौक होते हुए अरगोड़ा चौक आने-जाने वाले मार्ग को बंद समर्थकों ने पूरी तरह से बंद कर रखा है। इस मार्ग पर किसी भी वाहनों को आने-जाने नहीं दिया जा रहा है। इसके साथ ही संत फ्रांसिस रोड से हरमू की ओर जाने वाली सड़क को पूरी तरह से बंद कर दिया है। यहां पुलिस प्रशासन के लोग लोगों को समझाकर वापस भेज रहे हैं। पुलिस जाम को हटाने के प्रयास में जुटी हुई है।

वहीं, रांची बंद को लेकर प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। जगह-जगह पुलिस बल तैनात किए गए हैं। खासकर सिरमटोली चौक पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। बता दें कि, रांची जिला प्रशासन ने इस बंद का आह्वान करने वाले सभी संगठनों से शांतिपूर्ण तरीके से रांची बंद करने की अपील की है। साथ ही उन्हें सख्त निर्देश भी दिए हैं की किसी भी परिस्थिति वाहन चालक या व्यवसायी वर्ग पर किसी तरह का दबाव या उनपर बल का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए। बंद के दौरान अगर किसी भी व्यक्ति द्वारा यदि अशान्ति फैलाई जाती है तो प्रशासन उनके खिलाफ कार्रवाई करेगा।

जिला प्रशासन ने कहा है कि विधानसभा सत्र व सेंट जेवियर्स कॉलेज और विभिन्न शिक्षण संस्थानों में परीक्षा जैसी जरूरी गतिविधियां आयोजित हो रही हैं। ऐसे में अगर बंद में शामिल किसी भी व्यक्ति द्वारा छात्र, शिक्षण संस्थान या संस्थान के सदस्यों और आम जनता के आवागमन में किसी तरह की बाधा उत्पन्न की जाती है तो उसके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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